Nashili Aankhen Shayari in Hindi
- Ruthaaashiq
जिनसे चुप्पी समझने की चाहत थी, वो अल्फ़ाज़ भी नहीं समझे, आँखों को झुकाकर कबतक अरमानों में जीते रहे, चलो आँख से आँख मिलाकर दीदार ही कर लें..!
- Ruthaaashiq
मर्ज ऐ दर्द उसे देखने से नहीं, उसे आँखों मे देखने से है..!
- Ruthaaashiq
आँखें भी तबतक आँसू जुदा करती हैं, जबतक गम अपने नहीं बनते, एक बार दर्द बस जाए तो, ये आँसु भी घर कर लेते हैं..!
- Ruthaaashiq
एक मेरे अंदर की बात, झाँक कर बस तुमने ही कहा था, जैसे मैं क्या हूँ - बस तूने ही जाना था..!
- Ruthaaashiq
आज ये पल है, एक किस्सा का पता नहीं, मगर डूबी हुई कहानी- सब जैसे तूने ही पढ़ ली थी..!
- Ruthaaashiq
नजरें जो भागती आई हैं- तुझसे मिलाने को, बिन मीले वो आँखे मिलाने का डर- जैसे इश्क़ की थी..!
- Ruthaaashiq
ये तो मेरी जंग है कि - उसके आंखों में खरा उतरना चाहा, समझा नहीं था मैं, मुझे तराजुओं में नापने की उनकी ये कौनसी चाहते हैं..!
- Ruthaaashiq
इन आँखों को इनकार है, तेरी तरफ मुड़ने, या तो कैद हो जायेंगी या कैद कर देंगी तुझे..!
- Ruthaaashiq
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